जब भी हम बाजार में जाते है तो वहा अगर हमारा सेब खाने का मन होता है तो हम बहुत ही बढ़िया सेब लेने की सोचते है . जब हम सेब लेते है तो देखते है की सेब पर स्टीकर लगा होता है तो हम ये समझते है की ये बहुत ही बढ़िया क्वालिटी का सेब है . लेकिन दोस्तों जो आप सोच रहे हो वो सही नहीं है स्टीकर लगने का ये मतलब नहीं होता की वो बहुत ही बढ़िया क्वालिटी का सेब है . तो चलिए आज हम आपको बताते है की सेब पर क्यों लगा होता है ये स्टीकर .
सेब पर स्टीकर लगने का ये है कारण
जब हम बाजार में जाते है और सेब और संतरा खरीदने जाते है तो देखते है की कुछ सेब और संतरों पर स्टीकर लगा हुआ है . हम उन स्टीकर को देखकर ये समझते है की ये सेब महंगी क्वालिटी है और हम उनको खरीद कर घर ले कर आते है . लेकिन जब हम इन सेब को काटते है तो ये देखते है की ये सेब अन्दर से ख़राब है .
तो दोस्तों आपको बता दे की ये स्टीकर इसलिए लगाते है ताकि ख़राब सेब और संतरे को छेद को छुपाया जा सके , स्टीकर लगाने का ये मतलब नहीं होता की वो महंगे है .
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जो सेब और संतरे पर स्टीकर लगा हुआ होता है उस पर एक कोड लिखा होता है जिससे ये पता लगता है की वो सेब कैसे उगाया गया है और कब तक ख़राब होंगा . कुछ सेब पर 4 अंक से एक कोड शुरू होता है जिससे ये पता लगता है की ये सेब और संतरे पर इतने कीटनाशक और यूरिया डाला गया है . तो दोस्तों ये था सेब और संतरे पर लगे स्टीकर का सच जो की बहुत लोगो को आज तक पता ही नहीं था .
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