जैसा की आप सब जानते है, एक ना एक दिन हर कोई शादी के पवित्र बंधन में बंधता है। वही शादी के बाद हर जोड़े का एक ही सपना होता की उसे एक अच्छी संतान सुख की प्राप्ति हो। जहां सभी माता-पिता चाहते है कि उनका जो भी संतान हो वो स्वस्थ, सुंदर, अच्छे रंग -रूप और कद -काठी का हो। अब इस बात को लेकर एक अजीबोगरीब विचार सामने आए हैं, जैसे कि प्रेग्नेंसी टूरिज्म।
अब आप भी सोच रहे होंगे की यह प्रेग्नेंसी टूरिज्म आखिर है क्या? आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह विचार इंडिया के ही लद्दाख से संबंधित है। जहां की कुछ गांव विदेशी महिलाओं के बीच में बेहद मशहूर है। तो आइए जानते है क्या है यह प्रेग्नेंसी टूरिज्म और क्यों रखता यह लद्दाख से संबंधित?
क्यों आती है महिलाए इस गाव में
जैसा की हमने पहले ही कहा की हर व्यक्ति चाहता है कि उसका जो भी संतान हो वो स्वस्थ,सुंदर और अच्छे रंग – रूप वाला है। अब ऐसी कुछ बात लद्दाख से संबंधित है। दरअसल, लद्दाख की राजधानी लेह से करीब 160 किलोमीटर दूर स्थित बियामा, डाह, हानू, गारकोन, दारचिक जैसे गांव ब्रोकपा समुदाय के लिए मशहूर हैं।
यहाँ की आबादी करीब पांच हजार से ज्यादा की है। ब्रोकपा समुदाय खुद को विश्व के शुद्ध आर्यों के रूप में मानता है, जो उनके विशिष्ट आनुवंशिक गुणों और रूप-रंग की वजह है। जिस कारण यह लद्दाख की सभी गांव विदेशी महिलाओं के बीच में काफी मशहूर है।
ये भी पढ़े : पेट्रोल पंप खोलने में कितना आता है खर्चा , 1 लीटर पेट्रोल पर कितनी होती है बचत
इस गाव के लोगो का सबंध है आर्यों से
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ब्रोकोपा के लोगों की बनावट और विशेषताएं अन्य स्थानीय लोगों से बेहद डिफरेंट होती हैं। इनके काफी लंबे, गोरा रंग वाले, लंबे बाल, उठे हुए जबड़े और हल्की आंखें इन्हें इन्हे बेहद खूबसूरत बनाती हैं। कहा जाता है कि ये विशेषताएं सिकंदर महान की सेना के सैनिकों से आई हैं, जो इंडिया आने के बाद यहाँ बस गए थे।
वही प्रेग्नेंसी टूरिज्म मतलब यह कई विदेशी महिलाएं इन गांवों में आती हैं ताकि वे ब्रोकपा समुदाय के आनुवंशिक गुणों को अपनी होने वाली संतान में देख सके। हालांकि, इस बात को लेकर काफी अफवाह बना हुआ है। जिसे लोग कल्पना की दृष्टि से देखते है। जहां अब तक इस दावे को लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है। यह सिर्फ एक अफवाह के रूप में बना हुआ है।
1 thought on “हिंदुस्तान के इस गाव में प्रेग्नेंट होने के लिए आती है विदेशी महिलाए , वजह है अजीब”