कुछ दिन पहले बाबा रामदेव को टीवी पर गलत जानकारी देने के कारण बहुत पचड़े में पड़ना पड़ गया था जिसकी उनकी बहुत ही मुश्किल से जान छुटी थी . लेकिन अब एक बार फिर बाबा रामदेव फिर से फसते नजर आ रहे है और इस बार उनके हर्बल दन्त मजन के कारण . पिछले दिनों ये सामने आया की बाबा रामदेव अपने दन्त मंजन में मछली का अर्क मिला रहे है . लेकिन उन्होंने अपने इस मंजन पर हरे रंग का निशान लगा रखा है जिसका मतलब ये होता है की ये चीज़े पूरी तरह शाकाहारी है .
क्या होता है मछली के तेल का अर्क
पिछले दिनों एक यतिन शर्मा नाम के आदमी ने पतंजली के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दर्ज की है और उसमे बताया की बाबा रामदेव अपने प्रोडक्ट में गलत जानकारी दे रहे है . शर्मा ने बताया की बाबा रामदेव अपने उत्पादों को पूरी तरह शाकाहारी होने का दावा करते है लेकिन ये बात सच नहीं है . जब उनके दन्त मंजन में चीजों को देखा गया था तो उसमे मछली का अर्क लिखा हुआ है .
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उन्होंने कहा की ये भारत की जनता के साथ बहुत ही बड़ा धोखा है क्योकि बहुत से लोग शाकाहारी है लेकिन उनको मछली के अर्क वाली चीज़ खिला कर धर्म ख़राब किया जा रहा है . ये जो अर्क है ये एक प्रकार की मछली जिसको केटल फिश कहा जाता है वो होती है . उसमे से जो अर्क निकलता है उसको कई होम्योपैथिक की दवाई में प्रयोग किया जाता है लेकिन मंजन में नहीं प्रयोग किया जाता .
पंतजलि को जारी किया गया नोटिस
हाई कोर्ट मी याचिका दायर करने वाले यतिन शर्मा ने कहा की बाबा रामदेव ने एक इंटरव्यू में ये स्वीकार किया था की उनके कुछ प्रोडक्ट में मासाहार चीजों का प्रयोग किया जाता है . लेकिन ये बात उन्होंने दुसरे लोगो से छुपाई , साथ ही साथ मासाहार का सेवन करने से हम लोगो की भावनाए आहत हुई है इसलिए मुवावजा दिया जाये . इसकी सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने पतंजलि को एक नोटिस जारी किया है और कहा की जल्दी इस बात का जवाब दिया जाए .